
कोरिया, 11 मार्च 2025/जिला जेल बैकुण्ठपुर में बंदियों के पुनर्वास और रोजगार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। आरसेटी (सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया बैकुण्ठपुर) की टीम द्वारा 1 मार्च 2025 से मुर्गी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया था, जिसमें 35 बंदियों ने भाग लिया और इस कौशल को सीखा और 10 मार्च को प्रमाण पत्र वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें प्रशिक्षण पूरा करने वाले सभी 35 बंदियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर सहायक जेल अधीक्षक और जेल प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
बंदियों के लिए स्वरोजगार का अवसर
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बंदियों को आत्मनिर्भर बनाना और रिहाई के बाद रोजगार के नए अवसर प्रदान करना है। मुर्गी पालन एक कम लागत वाला और लाभकारी व्यवसाय है, जिससे प्रशिक्षित बंदी रिहाई के बाद अपने जीवन को बेहतर दिशा दे सकते हैं।
जेल प्रशासन की सकारात्मक पहल
जिला जेल बैकुण्ठपुर प्रशासन ने कहा कि बंदियों को सुधारात्मक प्रशिक्षण देकर उनके भविष्य को बेहतर बनाना हमारी प्राथमिकता है। इस तरह के कार्यक्रमों से बंदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा और वे समाज में सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सकेंगे।